भाभी जब भी सोती है –१
[ Part -1 ]
भाभी जब भी सोती है -
होश सारा खो देती है,
हाथ डालुं में चनिये में -
खबर उसे नहीं होती है.
एक दिन की बात है
बड़े सेक्सी हालत थे
कैसे भाभी सोयी थी
अब तक मुझे याद है
गर्मी की बड़ी दया हुई थी
साड़ी पहले से उतर गई थी
बस चोली और चनिया में
रसीली बेसुध पसर भई थी.
होंसला फिर मैं करने लगा
डंडा मेरा तो लगने जगा
सोचा चांस आजमा लेते है
किस्मत अगर न दे दगा
गर्मी की बड़ी दया हुई थी
साड़ी पहले से उतर गई थी
बस चोली और चनिया में
रसीली बेसुध पसर भई थी.
होंसला फिर मैं करने लगा
डंडा मेरा तो लगने जगा
सोचा चांस आजमा लेते है
किस्मत अगर न दे दगा
देशी मिठाई पर से पर्दा
हाय होले होले मैं उठाता...
धीरे से रस मलाई जैसी
नरम नरम जांघ सहलाता.
छू ने से एक झंकार होता
बदन उसका कसमसाता
रोंगटे मेरे सारे खड़े होते
लोडा उछला हिनहिनाता
ज्यों ज्यों ऊँगली सरकती
प्यास छू ने की और होती
होंसला ऐसा बढ़ गया की
मन करता दबाऊ छाती.
ક
गोरे कबूतर आज़ाद हुए
निपल तो जैसे तने भंवे
धीरे से जो सहलाया तो
चौके वो पा कर हाथ नए ....
क्या उस मंझे की कहूँ..
तेज बहने लगा था लहू
मुलायमता से भरे गोले
चाटे चुसे बिन कैसे रहूँ..?
जबान लगाई निपल को
भाभी हिली एक पल तो
पर वो नींद से उठी नहीं..
न मैंने छोड़ा मलमल को
चूसता रहा फिर मैं कितना
स्तन हो गया और भी तना
बेहोश तो हम दोनों ही थे
कौन करता किस को मना?
फिर भाभी ने ली करवट
गांड से जैसे मारती वट..!!
मैं तो देखता ही रह गया
सुराही जैसा सोफ्ट कट
कलिंगर से कवर हटाता
मुंह से मैं लार टपकाता
एक हाथ से छुता 'माल'
आह,दूजे से लंड सहलाता
भाभी को कुछ भी ना पता
मैं क्या क्या कर रहा खता
जो करने दुनिया तरसती
नींद ने बताया मुझे रास्ता
भडक उठी आग और मेरी
सोच है अब पेंटी की बारी
होले से जब मैंने थामी पेंटी
लगा छु ली कोई चिंगारी
धडकते- डरते कांपते- दिल से
पेंटी को सरकाता कमर पर से
जग गई अगर भाभी अभी तो
हाय उठा लेगी सारा घर सर पे
हाश..!पेंटी तो चुकी निकल
अब तो क्यों गवांने है पल
इतना रास्ता काट लिया है
खुद से बोला : चल आगे चल
चल, मतलब मैं लेट गया
खड़ा लोडा गांड पे टिकाया
बदन में सौ सौ फटाके फूटे
जब खुद को मैंने चिपकाया
नींद में ही भाभी बहक गई
और पैर अपना दिए उठाई
लोडा मैंने तुरंत सेट किया
चुत तो डर के फडफडाई
मैं फाँक रगड़ता रहा
चुत को बहलाता रहा
एंट्री डोर बड़ा टाईट था
लंड माथा मारता रहा
भाभी ने तब ली अंगड़ाई
नींद में अपनी चुत सहलाई
दिल धड़कन चूक गया जब
हाय,ऊँगली लंड को छु गई
[End of part -1 –
To be continue…]
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dusra paart kab post hoga...?
ReplyDeletesoon dear soon....
ReplyDeleteAapke blog ki tarif karu utni kam he bakshi sab..
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